#NavBharat Times Blog हर पुरुष बलात्कारी नहीं होता हिंदी को मत रोइए [p?c1=7&c2=6036484&c3=84&c4=&c5=&c6=&c15=&cv=2.0&cj=1] தமிழ்| తెలుగు| മലയാളം| বাংলা| ગુજરાતી| हिन्दी| ಕನ್ನಡ| मराठी| News और [5848326.cms] [5552682.cms] [gplus-16.png] [favicon.ico] [favicon.ico] [favicon.ico] ( ) | Log Out Log In NBT Blogs * होम * ब्लॉग्स * राजनीति * देश-दुनिया * साइंस-टेक्नॉलजी * सोसाइटी * कल्चर * खेल * मनोरंजन * व्यंग्य * रिश्ते-नाते * पोल बोल * पाठशाला * अन्य Search for: ____________________ खोजे __________________________________________________________________ __________________________________________________________________ __________________________________________________________________ ब्लॉग्स | Log Out Log In * ब्लॉग्स * राजनीति * देश-दुनिया * साइंस-टेक्नॉलजी * सोसाइटी * कल्चर * खेल * मनोरंजन * व्यंग्य * रिश्ते-नाते * पोल बोल * पाठशाला * अन्य Search for: ____________________ खोजे क्या अब किसी लायक नहीं रह जाएगा इंसान April 4, 2015, 7:00 am IST NBT एडिट पेज in नज़रिया | साइंस-टेक्नॉलजी harari.jpg लेखकः प्रो. युवाल हरारी ।। इक्कीसवीं सदी के विस्तार के साथ इंसान के सिर पर उसकी कीमत खत्म हो जाने का खतरा मंडराने लगा है। क्योंकि बुद्धिमत्ता और चेतना का गठबंधन टूटने के कगार पर है। अभी हाल तक बुद्धि को चेतना का ही एक पहलू समझा जाता था। केवल चेतन जीव ही ऊंचे दिमागी काम करते पाए जाते थे- जैसे शतरंज खेलना, कार चलाना, बीमारी को पकड़ पाना या फिर लेख लिखना। मगर आज ऐसी अचेतन बुद्धिमत्ता तैयार की जा रही है जो इन कार्यों को इंसान से बेहतर कर सकती है। इस परिघटना ने एक अनूठे सवाल को जन्म दिया है- कौन ज्यादा अहम है, बुद्धिमत्ता या चेतना? जब तक ये दोनों साथ-साथ थे, यह सवाल दार्शनिकों के मन बहलाव तक सीमित था। लेकिन 21वीं सदी में यह एक प्रमुख राजनीतिक-आर्थिक मुद्दा बन चुका है। इस दलील को तवज्जो दी जा रही है कि कम से कम आर्थिक नजरिए से बुद्धिमत्ता अपरिहार्य है, जबकि चेतना का कोई खास मोल नहीं। हाड़-मांस के टैक्सी ड्राइवर के सामने गूगल की स्वचालित कार बेशक चेतना शून्य होगी लेकिन एक टैक्सी ड्राइवर से हम महज इतना चाहते हैं कि वह जल्द से जल्द सुरक्षित और सस्ते में हमें मंजिल तक पहुंचा दे। वह दिन दूर नहीं जब गूगल की कार यह काम इंसान से बेहतर करेगी। यही बात मैकेनिकों, वकीलों, सैनिकों, डॉक्टरों, अध्यापकों और कंप्यूटर इंजिनियरों के बारे में कही जा सकती है। तब ये बेरोजगार क्या करेंगे? यह कोई नया सवाल नहीं है। औद्योगिक क्रांति की शुरुआत में भी लोग बेरोजगारी को लेकर आशंकाग्रस्त थे, मगर पुराने पेशे जैसे-जैसे प्रचलन से बाहर होते गए, नए आ गए। मनुष्य में भी कुछ ऐसा बचा रहा जिस कारण वह मशीनों पर भारी पड़ा, लेकिन यह प्रकृति के किसी नियम का परिणाम नहीं था। इंसान में मूलतः दो तरह की क्षमताएं हैं- शारीरिक व दिमागी। बीती दो सदियों में मशीनों ने शारीरिक क्षमताओं के मामले में हमें पीछे छोड़ दिया, इंसान दिमागी कामों तक सिमट गए। जरा सोचिए क्या होगा जब इस मामले में भी कंप्यूटरी ऐल्गरिदम हमें पछाड़ देगा। यह सोच कि इंसान में कुछ विलक्षणता हमेशा रहेगी, जो अचेतन ऐल्गरिदम की पहुंच से बाहर होगी, एक खुशफहमी भर है। अब तक के इंसानी विकासक्रम को समझने में यह दलील काम कर गई, मगर आगे ऐसा कतई नहीं होने वाला। विज्ञान फंतासियों में दिखाई जाने वाली मनुष्य और कंप्यूटरों की जंग में हर बार मनुष्य जीतते हैं। वे सोचते हैं कि मनुष्य में एक ऐसी अलौकिक चिंगारी है जिसे समझना या हासिल कर पाना कंप्यूटर के बूते का नहीं। यह सोच आत्मा-परमात्मा पर आस्था की विरासत की देन है। जब तक हम मानते रहे कि इंसान की आत्मा होती है, यह यकीन करना आसान था कि आत्मा की अलौकिकता कंप्यूटरी ऐल्गरिदम की पहुंच से हमेशा बाहर रहेगी। लेकिन आज विज्ञान आत्माओं में विश्वास नहीं करता। वह मानता है कि- 1. इंसान सहित प्रत्येक जीव लाखों वर्षों के विकासक्रम में प्राकृतिक चयन द्वारा रचा गया जैविक ऐल्गरिदम है। 2. जिस गति से प्राकृतिक चयन जैविक ऐल्गरिदम को रचता है, उससे कहीं ज्यादा तेज़ी से कंप्यूटर वैज्ञानिक अजैविक या गणितीय ऐल्गरिदम तैयार कर लेते हैं। 3. यह मान्यता निराधार है कि जैविक ऐल्गरिदम कुछ ऐसे विशिष्ट काम कर सकते हैं जिन्हें दोहराने में अजैविक ऐल्गरिदम कभी कामयाब नहीं होंगे। आखिर ऐल्गरिदम तो ऐल्गरिदम ही हैं। जब तक गणित काम करता है, इस बात से क्या फर्क पड़ता कि ऐल्गरिदम कार्बन में प्रकट होते हैं या सिलिकन में या फिर प्लास्टिक में! यकीनन, आज ऐसे कई काम हैं, जिनमें जैविक ऐल्गरिदम अजैविकों के मुकाबले बेहतर हैं। लेकिन यह सिर्फ समय का मामला है। लोग पहले भी कहते थे- मामला चाहे शतरंज का हो या कार चलाने का, कुछ बातों में अजैविक ऐल्गरिदम ‘हमेशा’ पीछे रहेंगे। लेकिन उनका ‘हमेशा’ एक या दो दशक से ज्यादा टिक नहीं पाया। इसलिए अगर ऐसा हुआ तो फिर इंसान के पास करने को क्या बचेगा? कुछ जानकार कहते हैं कि हर आदमी कलाकार बन जाएगा। लेकिन कलाकारी में भला अजैविक ऐल्गरिदम क्यों पीछे रहने लगे! जीव विज्ञान की मानें तो कला भी किसी आत्मा या परमात्मा की सौगात नहीं बल्कि जैविक ऐल्गरिदम का परिणाम है। 19वीं सदी में औद्योगिक क्रांति ने भारी तादाद में शहरी मजदूर पैदा किए थे। 21वीं सदी में एक ‘दूसरी औद्योगिक क्रांति’ विशाल अनुपयोगी वर्ग पैदा कर सकती है। टेक्नॉलजी की कृपा से इन लोगों को पालना-पोसना शायद मुश्किल न हो। न ही इन लोगों को जबरन खत्म करने की जरूरत पड़े पर व्यवस्था इनके धीमे-धीमे विलुप्त हो जाने का इंतजाम कर देगी। इसके बावजूद एक बड़ा सवाल बचा रह जाता है कि चेतना का क्या कोई ऐसा पहलू है जिसका बुद्धिमत्ता से कोई नाता न हो। जीव विज्ञान और समाज विज्ञान, दोनों अमूमन बुद्धिमत्ता और निर्णय प्रक्रिया पर ज्यादा जोर देते हैं, मानो जीवन सिर्फ बुद्धिमत्तापूर्ण निर्णय लेने तक सीमित हो। चेतना को दोयम दर्जे का मान लिया जाता है। हालांकि जीव विज्ञान के लिए चेतना जैविक ऐल्गरिदम का ही हिस्सा है, लेकिन कोई नहीं जानता कि यह पैदा कैसे होती है। इस मान्यता की आलोचनात्मक परीक्षा न सिर्फ 21वीं सदी की सबसे बड़ी वैज्ञानिक चुनौती है, बल्कि सबसे जरूरी राजनीतिक और आर्थिक परियोजना भी। (लेखक हिब्रू युनिवर्सिटी, यरुशलम में इतिहास के प्रफेसर हैं। अनुवाद: आशुतोष उपाध्याय) डिसक्लेमर : ऊपर व्यक्त विचार लेखक के अपने हैं लेखक NBT एडिट पेज NBT एडिट पेज नवभारत टाइम्स में छपने वाले लेख, कॉलम, लेखकों के दृष्टिकोण, विचार आपको इस 'नज़रिया' ब्लॉग में पढ़ने के लिए मिलेंगे। नवभारत टाइम्स में छपने वाले लेख, कॉलम, लेखकों के दृष्टिकोण, विचार. . . और कम __________________________________________________________________ FROM WEB [4d77df8e6aa40e0b7570214c474b46cc_1513678428984_0.jpg] Help me to keep my 50-day-old baby alive. KETTO [http%3A%2F%2Fwww.womensarticle.com%2Fwp-content%2Fuploads%2F2016%2F08% 2Fdoctor-1193318-1024x768.jpg] 5 College Degrees That Will Be Extinct In 20 Years Womensarticle.com [http%3A%2F%2Fwww.womensarticle.com%2Fwp-content%2Fuploads%2F2016%2F11% 2Flearning-1782430_1920-1024x671.jpg] 6 College Degrees And Jobs That Pay Women More Than Men Womensarticle.com FROM NAVBHARAT TIMES [adf0931ea6cfbe6e3c08c8d049c74b73_0.jpg] गर्म प्रेस से नाबालिग मेड को जलाती थी डॉक्टर [ee6674ecb78ecb9e6ebaff2c78dcdfa8_0.jpg] मेसी ने दागा 366वां लीग गोल, मुलर का रेकॉर्ड तोड़ा [eef67b168d5216af44334857a8e08816_0.jpg] घर में घुसा तेंदुआ, 6 लोग घायल From The Web More From NBT [39aa85134ce9aeb2976f9aef262de6a6_1512656138836_0.jpg] Help me to keep my 30-day-old baby alive KETTO [http%3A%2F%2Fcdn.taboolasyndication.com%2Flibtrc%2Fstatic%2Fthumbnails %2F89b2a2c406225ac19893953e2f531377.jpg] 12 Most Expensive Colleges in the World Topexpensive.com [http%3A%2F%2Fbleubloom.com%2Fwp-content%2Fuploads%2F2017%2F05%2Favocad o-2115922_1280.jpg] 5 Foods that are Surprisingly Good for You BleuBloom.com [http%3A%2F%2Fcdn.taboolasyndication.com%2Flibtrc%2Fstatic%2Fthumbnails %2F55e13e2117fd5d5216f2734e35f12e28.jpg] 15 Pictures You Need To See Before You Die ammmazing [http%3A%2F%2Fcdn.taboola.com%2Flibtrc%2Fstatic%2Fthumbnails%2F5820fcb2 ab760896acec894dd8095a3a.jpg] CPAP Makers Running Scared After New Snoring Solution Unve.. My Snoring Solution [4267cf39402c34b680734104fcfa6531_0.jpg] फुटपाथ पर सज गई हैं दुकानें [55d36ebee64e054d175cd685ceffa3ee_0.jpg] सीमा के इस पार ही हैं मुल्क के दुश्मन: फारूक अब्दुल्ला [6968f0bea6fa2f16e541aa17b63cb0fa_0.jpg] Bigg Boss 11: हिना को पछाड़ शिल्पा शिंदे बनीं विनर [45c66c3268c6d33f054fe6dc1851f6f3_0.jpg] आॅटो एक्सपो 2018 में पेश होंगी ये बाइक्स और स्कूटर्स [d7cacf167a8f4bd413237898443de754_0.jpg] चिल्लाकर सब्जी वाले को रोका, तो पड़ोसी ने महिला को पीटा Comments हिंदी में लिखें (इन्स्क्रिप्ट) | हिंदी में लिखें (अंग्रेज़ी अक्षरों में) | Write in English | वर्चुअल कीबोर्ड [29251859.cms] ________________________________________ ________________________________________ ________________________________________ ________________________________________ ________________________________________ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करनेवालों को ब्लॉक कर दिया जाएगा। फिर वे कभी हमारी साइट पर कॉमेंट नहीं कर पाएंगे। अक्षर बचे है: 3000 [_] ट्विटर पर शेयर करे POST X सबसे पहले कॉमेंट करे [29439462.cms] लेखक NBT एडिट पेज NBT एडिट पेज नवभारत टाइम्स में छपने वाले लेख, कॉलम, लेखकों के दृष्टिकोण, विचार आपको इस 'नज़रिया' ब्लॉग में पढ़ने के लिए मिलेंगे। नवभारत टाइम्स में छपने वाले लेख, कॉलम, लेखकों के दृष्टिकोण, विचार. . . और कम __________________________________________________________________ * सबसे चर्चित पोस्ट * सुपरहिट पोस्ट * Today * This Week * This Month * 1. सूर्य हिंदुओं के देवता हैं, रोशनी लोगे तो हिंदू हो जाओगे! * 2. दलित मंथन की देन हैं जिग्नेश मेवाणी * 3. युवा दलित नेतृत्व में कितना है दम * 4. देश जलाने वाले 'रावण' की रिहाई की मांग कितनी जायज? * 5. बच्चे की चाह कम हुई, अब बुढ़ापे की लाठी नहीं बनतीं औलादें * 1. सूर्य हिंदुओं के देवता हैं, रोशनी लोगे तो हिंदू हो जाओगे! * 2. दलित मंथन की देन हैं जिग्नेश मेवाणी * 3. युवा दलित नेतृत्व में कितना है दम * 4. देश जलाने वाले 'रावण' की रिहाई की मांग कितनी जायज? * 5. बच्चे की चाह कम हुई, अब बुढ़ापे की लाठी नहीं बनतीं औलादें * 1. सेनापति ब्राह्मण होगा तो पाक का साथ देंगे जनवादी? * 2. शहरों में दिन, गांवों में रात, यही है मोदी का 'शाइनिंग' गुजरात * 3. मोदी को 'प्रचंड बहुमत', यह है पोल्स की हकीकत * 4. सवाल मोदी से नहीं, राहुल गांधी से पूछो! * 5. सूर्य हिंदुओं के देवता हैं, रोशनी लोगे तो हिंदू हो जाओगे! * Today * This Week * This Month [20259450.cms] Loading... टॉपिक से खोजें बीजेपी मोदी राहुल-गांधी राजनीति नेता अमेरिका कांग्रेस समाज भ्रष्टाचार पाकिस्तान विशेष कार्टून क्रिकेट मुंबई आलोक-पुराणिक करप्शन भारत नरेंद्र-मोदी cartoon चुनाव दिल्ली bjp narendra-modi अरविंद-केजरीवाल सरकार नए लेखक और » * अनुराग कुमार * श्रेयांश त्रिपाठी * लक्ष्‍मीशंकर म‍िश्र * हिमांशु तिवारी आत्मीय * डॉ. मेराज हुसैन * रवि सिंह सेंगर * Lalit Verma * रितिका * गरिमा सिंह * किशोर कुमार Promoted Stories [768d00fb71c523901e11c32e1bde6782_1490974960628_0.jpg] M1 Terra Alegria, villas @ White Field @ 75 lakhs onwards Ad: m1Homes [58b43c83c2cb4ef2adc4f1451aceeaa7_1516016797686_0.jpg] I need 12 lakh or else I'll lose my daughter. Ad: KETTO [5a774319bf5e337d6ee87640fa496389_1512638264759_0.jpg] गंजापन दूर करने का नेचुरल नुस्खा Ad: Regrow [http%3A%2F%2Fcdn.taboolasyndication.com%2Flibtrc%2Fstatic%2Fthumbnails %2F94a037d9b520f1ee9f5f7d64172817b0.jpg] 20 Amazing Facts about Bananas You Won’t Believe Ad: Healthy, Sporty & Beautiful हमें Like करें खबरें एक झलक में * भारत * खेल * NBT ब्लॉग * दिल्ली * मूवी-मस्ती * अपना ब्लॉग * मुंबई * जोक्स * घर-परिवार * लखनऊ * टेक * फोटो धमाल * अन्य शहर * ऑटो * संडे NBT * दुनिया * ET हिंदी * NBT मोबाइल * राशिफल * विचार * NBT ऐप हमेशा कनेक्टेड रहें नवभारत टाइम्स की ऐप के साथ हमारी दूसरी साइट्स Times of India| Economic Times | iTimes| Vijay Karnataka| Ei Samay | Navgujarat Samay | महाराष्ट्र टाइम्स |Business Insider| ZoomTv | BoxTV| Gaana | Shopping | IDiva | Astrology | Matrimonialनवभारत टाइम्स ऑन फेसबुक IFRAME: https://www.facebook.com/plugins/like.php?href=https%3A%2F%2Fwww.facebo ok.com%2Fnavbharattimes&width&layout=standard&action=like&show_faces=fa lse&share=false&height=35&colorscheme=dark * Hindi News * Funny jokes in Hindi * Kundali matching * Delhi news in Hindi * Rashifal * Pune News * Mumbai News * Funny Image * Bihar News * Lucknow News About Us | Create Your Own Ad| Advertise with Us| Terms of Use and Grievance Redressal Policy | Privacy Policy | Feedback | Sitemap Copyright © 2018 Bennett Coleman & Co. Ltd. All rights reserved. For reprint rights: Times Syndication Service [p?c1=2&c2=6036484&cv=2.0&cj=1]