सामने आई थी। हाल ही गुड़गांव के मानेसर में भी रोबॉट के हाथों एक मजदूर की जान चली गई। ये घटनाएं संयोग हो सकती हैं, फिर भी ये कृत्रिम बुद्धि के संभावित खतरों पर गंभीरतापूर्वक गौर करने की जरूरत बताती हैं। ऑक्सफर्ड -- देशों का शासन चलाने और हमारा पूरी तरह से सफाया करने में भी सक्षम होंगे। यदि हमने कृत्रिम बुद्धि पर चल रहे अनुसंधान में सावधानियां नहीं बरतीं तो हमें लेने के देने पड़ जाएंगे। डॉ.आर्मस्ट्रॉन्ग का मानना है कि कृत्रिम बुद्धि चालित मशीनें जिस रफ्तार से काम करेंगी उसका मुकाबला मानव मस्तिष्क नहीं कर सकेगा। ये मशीनें इतनी