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मुम्बई में डॉक्टर बिरादरी सुधारेगी अपनी लिखावट |
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दवा की पर्ची को पढ़ पाना कई बार काफी मुश्किल होता है इसको ध्यान में रखते मुंबई में डॉक्टरों ने अपनी लिखावट सुधारने की पहल की है.
अस्पष्ट लिखावट के कारण कई तरह की समस्याएं पैदा हो जाती है. अब इन सबसे निजात पाने के लिए मुंबई में डॉक्टरों की बिरादरी सामने आयी है और उनके प्रयासों को महाराष्ट्र सरकार ने भी अपना समर्थन दिया है.
लिखावट में सुधार को लेकर राज्य भर के वरिष्ठ डॉक्टरों ने काफी सकारात्मक रूझान दिखाया है. उनका मानना है कि दवा की पर्ची पर साफ स्पष्ट और बड़े अक्षरों में लिखावट से कई तरह की समस्याओं से बचा जा सकता है.
डॉक्टरों के एक समूह ने स्वास्थ्य मंत्री सुरेश शेट्टी को अपने प्रस्तावित कोशिश के बारे में लिखा है जिसे मंत्री ने एक अच्छा संकेत बताया.
उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र मेडिकल कौंसिल एक स्वायत्त संस्था है और आम आदमी के हित संबंधी किसी भी कोशिशों का सरकार समर्थन करेगी.’
मंत्री ने कहा कि डॉक्टरों ने बताया है कि दवा की पर्ची की लिखावट को पढना कई लोगों के लिए मुश्किलों भरा होता है. खासकर छोटे शहरों और गावों में कई दवा दुकानदार इसे समझ ही नहीं पाते और इस कारण से कभी-कभी तो गलत दवा दे दी जाती है. कई बार तो यह घातक सिद्ध होता है.
चिकित्सकों ने मेडस्केप इंडिया नामक एक ट्रस्ट का गठन किया है जो इस संबंध में जागरूकता को लेकर लगातार मामले उठा रही है.
डॉ. सुनीता दुबे ने इस सप्ताह मंत्री को लिखा है, ‘एक डॉक्टर और मेडस्केप इंडिया से जुड़े हम सभी लोगों का मानना है कि इस मुद्दे का समाधान करना हम सभी की जिम्मेदारी है.’
उन्होंने इसके लिए सरकार से भी सहायता करने को कहा है जिससे कि समूचे महाराष्ट्र के डॉक्टरों को इसमें शामिल किया जा सके.
उन्होंने कहा कि डॉक्टरों को इसके लिए कार्यशाला का आयोजन और आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किये जा सकते हैं.
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